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Railway Station in Sambhal ( रेलवे स्टेशन )

संभल हातिम सराय रेलवे स्टेशन
अंग्रेजों के जमाने में बना सम्भल शहर का रेलवे स्टेशन हातिम सराय आज भले ही ट्रेनों की कमी से जूझ रहा हो लेकिन इसका आने वाला कल सुनहरा होगा। रेलवे स्टेशन की सुंदरता को चार चांद लगाने की कोशिशों में रेल मंत्रालय जुटा है। रेलवे ने अपना खजाना इसके लिए खोला है। स्टेशन के सुंदरीकरण व अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस करने के लिए तकरीबन 60 लाख रुपये खर्च कर इसे जानदार बनाया जा रहा है। वह दिन भी आने वाला है जब इस रेलवे स्टेशन से ट्रेनें भी दिखेंगी और यहां पर आप कुछ नहीं बहुत ज्यादा पल आसानी के साथ बिता भी सकते हैं।

अंग्रेजों ने मुगल काल में अपनी पहचान बनाने वाले सम्भल रियासत का पूरा सम्मान किया। सम्भल से बिलारी व मुरादाबाद तक रेलवे लाइन अंग्रेजी हुकूमत में ही बनी। पूर्व के समय में सम्भल में मैंथा, सीरा, खांडसारी आदि की ढुलाई भी मालगाड़ी के जरिए ही होता था। इससे रेलवे को अच्छी खासी आय भी हो जाती थी। पर आजादी के बाद देश में तमाम सरकारें आईं लेकिन न तो यहां का उद्योग बढ़ा और न ही रेलवे को भी विस्तार देने की योजना ही बनी। नतीजतन हातिम सराय रेलवे स्टेशन सिर्फ एक याद ही बनकर रह गया। यहां जो कुछ आजादी के पहले था वहीं अब भी बना रहा। इसके सुंदरीकरण न होने के पीछे तर्क दिए जाते रहे कि यहां लाभ नहीं है। आय नहीं है। वर्तमान समय में इस स्टेशन के जीर्णोद्धार की दिशा में रेल मंत्रालय ने कदम बढ़ा दिए हैं। रेलवे स्टेशन पर तकरीबन 60 लाख रुपये की लागत से निर्माण कार्य किए जा रहे हैं। इनमें नए टिनशेड वाले यात्री विश्राम हाल भी हैं। दो रेलवे लाइन वाले इस हातिम सराय रेलवे स्टेशन पर चार यात्री शेड बनाए जा रहे हैं। ट्रेन की बोगियों के नीले रंग में दिखने वाले इस टिन शेड की छटा देखते ही बनती है। इसके अलावा हाल तथा रेलवे स्टेशन के अंदर के पूरे फर्श को टायल्स से सजाया जा रहा है। चमकती टायल्स ने इस स्टेशन की छटा को निखार दिया है। आरपीएफ चौकी तक इसे बिछाया जा रहा है। इसके अलावा शौचालय सहित अन्य काम भी तेजी से किए जा रहे हैं। स्टेशन मास्टर विपिन कुमार कहते हैं कि यहां तकरीबन 60 लाख रुपये से निर्माण कार्य कराया जा रहा है। जल्द ही यह पूरा हो जाएगा। इसके बाद स्टेशन का लुक पहले की अपेक्षा काफी बदला बदला सा नजर आएगा।

गजरौला तक नई रेलवे लाइन की भी है मंजूरी
रेल मंत्रालय ने हातिम सराय से गजरौला तक नई रेल लाइन को मंजूरी भी दे दी है। स्थानीय सांसद सत्यपाल सैनी कहते हैं कि रेल मंत्रालय सम्भल को लेकर गंभीर है। यहां के लोगों को दिल्ली तक सीधी रेल सेवा मुहैया कराने की दिशा में सरकार काम कर रही है। यदि सब कुछ ठीक ठाक रहा तो आने वाले समय में यहां के लोगों को दिल्ली तक सीधी रेल सेवा हासिल हो जाएगी।

अभी हर दिन दो डीएमयू का होता है संचालन
अभी हातिम सराय से मुरादाबाद तक के बीच की तकरीबन 45 किलोमीटर की दूरी के लिए रेलवे ने यहां दो डीएमयू चलाई है। पहली ट्रेन 74303 दोपहर में 1 बजे आती है जबकि यह 74304 बनकर 1.15 बजे वापस चली जाती है। शाम को 74305, समय 6.30 बजे आती है और 74306 बनकर 6.55 पर वापस चली आ जाती है। तकरीबन सवा दो घंटे में यह ट्रेन हातिम सराय से मुरादाबाद की दूरी तय करती है।

Apna Sambhal Railway Station
Apna Sambhal Railway Station
Apna Sambhal Railway Station
Apna Sambhal Railway Station
Apna Sambhal Railway Station
Apna Sambhal Railway Station